मरीज- डॉक्टर साहब, क्या आपको यकीन है कि मुझे मलेरिया ही है?
डॉक्टर- क्यों?
दरअसल, मैंने एक मरीज के बारे में पढ़ा था कि डॉक्टर उसका मलेरिया का इलाज करते रहे…
अंत में जब वह मरा तो पता चला कि उसे टायफॉइड था..
डॉक्टर- चिन्ता मत करो, हमारे अस्पताल में ऐसा कभी नहीं होता. हम अगर किसी का मलेरिया का इलाज करते हैं तो वह मलेरिया से ही मरता है
----------
डॉक्टर–जब तुम तनाव में होते हो क्या करते हो?
मरीज–जी, मंदिर चला जाता हूं!
डॉक्टर–बहुत बढ़िया, ध्यान व्यान लगाते हो वहां?
मरीज–जी नहीं, लोगों के जूते चप्पल मिक्स कर देता हूं! फिर उन लोगो को देखता रहता हूं, उनको तनाव में देख कर मेरा तनाव दुर हो जाता है।
You may also like
सुपर डांसर-5 में आध्याश्री का कमाल, चैलेंज पूरा करने पर रेमो डिसूजा ने चूमे पैर
शिवराज सिंह चौहान ने निकाली तिरंगा यात्रा, स्वदेशी उत्पाद अपनाने पर दिया जोर
ग़ज़ा में युद्धविराम को लेकर इसराइली पीएम नेतन्याहू ने क्या संकेत दिए हैं?
खाटूश्याम से लौटते समय 11 श्रद्धालुओं की मौत
क्या है रजनीकांत की नई फिल्म 'कुली' में खास? जानें रिलीज़ से पहले की बातें!